नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी (NAD) भारत सरकार की एक पहल है, जो छात्रों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों (Academic Certificates) को डिजिटल रूप से सुरक्षित और प्रमाणित रूप से स्टोर करने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करती है। इसका उद्देश्य शैक्षणिक दस्तावेज़ों के डिजिटलीकरण के माध्यम से धोखाधड़ी को रोकना और सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाना है।
यह पहल शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) द्वारा शुरू की गई थी और इसका प्रबंधन डिजिटल इंडिया के तहत किया जाता है।
नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी के उद्देश्य
- डिजिटल प्रमाणपत्र: छात्रों के शैक्षणिक दस्तावेज़ों को डिजिटल प्रारूप में सुरक्षित रूप से स्टोर करना।
- सत्यापन में सरलता: संस्थानों, नियोक्ताओं और अन्य प्राधिकरणों को प्रमाणपत्रों को तुरंत सत्यापित करने की सुविधा प्रदान करना।
- धोखाधड़ी की रोकथाम: नकली डिग्री और प्रमाणपत्रों के उपयोग को रोकना।
- कागज रहित प्रक्रिया: शैक्षणिक दस्तावेज़ों की भौतिक प्रतियों की आवश्यकता को खत्म करना।
नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी की विशेषताएं
- डिजिटल स्टोरेज: छात्रों के प्रमाणपत्र NAD में इलेक्ट्रॉनिक रूप से सुरक्षित होते हैं।
- आसान एक्सेस: छात्र अपने प्रमाणपत्र कहीं भी और कभी भी देख और डाउनलोड कर सकते हैं।
- सत्यापन सुविधा: नियोक्ता, विश्वविद्यालय या अन्य संस्थान सीधे NAD के माध्यम से प्रमाणपत्र की सत्यता जांच सकते हैं।
- डाटा सुरक्षा: प्रमाणपत्र को अनधिकृत एक्सेस से बचाने के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय अपनाए गए हैं।
- साझेदारी: NAD को UGC (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) और अन्य शैक्षणिक बोर्डों के सहयोग से संचालित किया जाता है।
नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी का उपयोग कैसे करें?
- पंजीकरण (Registration): NAD की आधिकारिक वेबसाइट पर छात्र और संस्थान को रजिस्टर करना होता है।
- डेटा अपलोड (Data Upload): संस्थान अपने छात्रों के प्रमाणपत्र और अन्य शैक्षणिक दस्तावेज NAD पर अपलोड करते हैं।
- सत्यापन (Verification): नियोक्ता या अन्य सत्यापनकर्ता NAD के माध्यम से प्रमाणपत्र सत्यापित कर सकते हैं।
- प्रमाणपत्र तक पहुंच (Access Certificates): छात्र अपने NAD खाते में लॉगिन करके दस्तावेज़ देख सकते हैं।
नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी के लाभ
- छात्रों के लिए:
- प्रमाणपत्र गुम होने का खतरा नहीं।
- प्रमाणपत्रों को किसी भी समय और स्थान से एक्सेस करने की सुविधा।
- शिक्षण संस्थानों के लिए:
- प्रमाणपत्र प्रबंधन और सत्यापन की प्रक्रिया को सरल और तेज़ बनाना।
- नियोक्ताओं के लिए:
- भर्ती प्रक्रिया में प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता को तुरंत सत्यापित करना।
- समाज के लिए:
- नकली डिग्री और धोखाधड़ी के मामलों को कम करना।
नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी का महत्व
- यह पहल छात्रों, संस्थानों और नियोक्ताओं के लिए शैक्षणिक दस्तावेज़ प्रबंधन को आसान और सुरक्षित बनाती है।
- NAD डिजिटल इंडिया और शिक्षा का डिजिटलीकरण अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देता है।
- NAD ने शिक्षा क्षेत्र को कागज रहित और अधिक भरोसेमंद बनाया है।
अधिक जानकारी के लिए NAD की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://nad.digilocker.gov.in
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