GST (वस्तु और सेवा कर)
GST (Goods and Services Tax) भारत में एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) है, जिसे 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया। यह “एक राष्ट्र, एक कर” की अवधारणा पर आधारित है और कई प्रकार के अप्रत्यक्ष करों (जैसे वैट, सेवा कर, एक्साइज ड्यूटी, आदि) को एकीकृत करता है। GST वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है और इसे केंद्र और राज्यों द्वारा साझा किया जाता है।
GST की मुख्य विशेषताएँ
- एकीकृत कर प्रणाली: GST ने कई अप्रत्यक्ष करों को समाप्त कर एकल कर प्रणाली लागू की।
- गंतव्य आधारित कर: GST उपभोक्ता के स्थान (डेस्टिनेशन) पर लागू होता है, न कि उत्पादन के स्थान पर।
- इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC): GST में, आपूर्ति श्रृंखला में पहले भुगतान किए गए कर को अगले चरण में समायोजित किया जा सकता है।
- तीन प्रकार के GST:
- CGST (Central GST): केंद्र सरकार द्वारा वसूला जाने वाला कर।
- SGST (State GST): राज्य सरकार द्वारा वसूला जाने वाला कर।
- IGST (Integrated GST): राज्य के बीच (इंटरस्टेट) लेन-देन पर लागू कर, जो केंद्र सरकार द्वारा वसूला जाता है।
GST की दरें (Tax Rates):
GST में विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं पर वर्तमान में निम्नलिखित दरें लागू होती हैं:
- 0% (कुछ आवश्यक वस्तुएं जैसे दूध, फल)
- 5% (आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर)
- 12% (सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं पर)
- 18% (अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं पर)
- 28% (विलासिता की वस्तुओं पर, जैसे कारें और तंबाकू उत्पाद)
GST का उदाहरण
उदाहरण 1:
एक कंपनी ने ग्राहक को ₹1,000 मूल्य की वस्तु बेची। वस्तु पर GST दर 18% है।
- GST = ₹1,000 × 18% = ₹180
- ग्राहक को कुल भुगतान करना होगा: ₹1,000 (मूल्य) + ₹180 (GST) = ₹1,180
उदाहरण 2 (इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ):
एक व्यापारी ने ₹500 मूल्य की वस्तु खरीदी और 18% GST दिया। उसने इस वस्तु को ₹800 में बेचा और 18% GST वसूला।
- खरीदारी पर GST (इनपुट टैक्स) = ₹500 × 18% = ₹90
- बिक्री पर GST (आउटपुट टैक्स) = ₹800 × 18% = ₹144
- सरकार को जमा करने वाला GST = ₹144 – ₹90 = ₹54
इस प्रकार, व्यापारी केवल ₹54 का GST सरकार को जमा करेगा।
GST के लाभ:
- सरल कर प्रणाली: GST ने वैट, सेवा कर, एक्साइज ड्यूटी आदि को खत्म कर एक कर प्रणाली बनाई।
- पारदर्शिता: GST से कर चोरी में कमी आई है।
- किफायती: व्यापारियों को ITC का लाभ मिलता है, जिससे करों का बोझ कम होता है।
- आर्थिक वृद्धि: GST ने बाजार को एकीकृत किया है, जिससे व्यापार और विकास को बढ़ावा मिला।
GST और सेवा कर में अंतर:
- सेवा कर केवल सेवाओं पर लागू होता था, जबकि GST वस्तुओं और सेवाओं दोनों पर लागू होता है।
- GST केंद्र और राज्य दोनों में साझा होता है, जबकि सेवा कर केवल केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता था।
निष्कर्ष:
GST ने भारत की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को सरल, पारदर्शी और कुशल बनाया है। यह उपभोक्ता और व्यवसाय दोनों के लिए फायदेमंद है। “एक राष्ट्र, एक कर” की अवधारणा ने देश को एकीकृत आर्थिक बाजार में बदल दिया है।
Mr. A.K. Mishra
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