Explain Personal Computer(PC) पर्सनल कंप्यूटर से आप क्या समझते हैं। इसके विभिन्न प्रकारों को समझाइए।

पर्सनल कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर का ही रूप है। पर्सनल कंप्यूटर विशेष रूप से व्यक्तिगत उपयोग अथवा छोटे समूह के द्वारा प्रयोग में लाए जाते हैं, पर्सनल कंप्यूटर में मुख्य घटक माइक्रोप्रोसेसर होता है। आईबीएम पीसी 1970 में इंटेल कॉरपोरेशन के द्वारा माइक्रो प्रोसेसर के अविष्कार के पहले कंप्यूटर आकार में बड़े तथा गतिविधि में थे और इनकी कीमत भी काफी अधिक थी। कंप्यूटर के निर्माण में अग्रणी संस्था आईबीएम ने माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग करके कंप्यूटरों का निर्माण किया जो आकार में छोटे थे लेकिन इनकी कीमत कम होने के कारण इन्हें साधारण व्यक्ति भी खरीद सकते थे। कंप्यूटरों को व्यक्तिगत उपयोग के लिए घर या बाहर किसी भी कार्य में लाया जा सकता है। अतः इन्हें पर्सनल कंप्यूटर या पीसी कहा गया। आईबीएम द्वारा निर्मित पर्सनल कंप्यूटरों को आईबीएम पीसी पीसी कहा गया।

पी.सी. का विकास क्रम- पीसी का विकास निम्नलिखित कार्य में हुआ-

1.  पीसी ( पर्सनल कंप्यूटर)-

प्रथम आईबीएम पीसी में इंटेल 8086 का प्रयोग किया गया था। यह 8 बीट  प्रोसेसर था जो आईबीएम पीसी की मापदंडों को पूरा करता था। इस माइक्रोप्रोसेसर का आंतरिक कार्य है अपनी डाटा, मेमोरी एड्रेस तथा निर्देशों को संग्रहित करना।
इस माइक्रो प्रोसेसर में डाटा स्थानांतरण तथा डाटा प्रोसेसिंग के लिए 14 रजिस्टर लगी थी इनकी संचय क्षमता 128 से 640 केवी तक थी। तथा इसके फ्लॉपी ड्राइवओं की संख्या 1 या 2 थी
इस प्रकार के कंप्यूटर मैं हार्ड डिस्क नहीं होती थी तथा गणना गति 8 मेगाहट्ज थी। इसकी मेमोरी 1MB तक थी। डाता बेस का आकार तथा एड्रेस बस का आकार होता था।

 2. PC-XT –

PC-XT में प्रयुक्त प्रोसेसर 8088 था इनमें संचय क्षमता 640 केवी तथा माइक्रोप्रोसेसर 8 बिट का था इसमें फ्लॉपी ड्राइवओं की संख्या 1 या 2 तक थी इनमें हार्डडिस्क होती थी तथा गणना गति 10 से 12 मेगा हर्ट्ज थी। इसकी मेमोरी 1MB तक होती थी तथा इसमें डेटाबेस का आकार 8 बीट तथा एड्रेस बस का आकार 20 बीट होता था।

3. PC-AT-

इस प्रकार के कंप्यूटर में 80286 नामक माइक्रो प्रोसेसर लगा हुआ था। इसकी गति 8086 से अधिक थी। इस प्रकार की कंप्यूटर की संग्रहण क्षमता 1 MB से 2 MB तक थी इसमें फ्लॉपी ड्राइवओं की संख्या एक या दो थी। इस प्रकार के कंप्यूटरों में हार्डडिस्क होती थी। इसकी गणना गति 16 से 20 मेगा हर्ट्ज होती थी। इसके अधिकतम मेमोरी 16 MB तक होती  है। तथा इसमें डाटा बेस का आकार 16bit तथा एड्रेस बस का आकार 24 बीट तक होता था। इन कंप्यूटर में प्रोग्राम प्रोसेसिंग की गति तेज हो गई थी।

3. पेंटीअम प्रोसेसर-

इंटेल ने पेंटीअम प्रोसेसर के नाम से माइक्रोप्रोसेसर की एक श्रृंखला प्रस्तुत की ये सारे कंप्यूटर अपनी पिछले कंप्यूटर से क्षमता तथा गति में काफी तेज थी।
इन कंप्यूटरों में काफी नए गुण को भी सम्मिलित किया गया। यह एक साथ दो निर्देशों को क्रियान्वित कर सकते हैं।
इनमें गणना गति को बढ़ाने के लिए कैश मेमोरी का प्रयोग किया गया। इसमें मल्टीमीडिया की सुविधा दी गई। माइक्रोप्रोसेसर की गति 1500 मेगाहर्ट्ज तक है।
पी.सी. के प्रकार-आकार में रचना तथा उपयोग के आधार पर निम्नलिखित प्रकारों में बांटा जा सकता है-

1. डेस्कटॉप पीसी

सामान्यता कार्यालयों विद्यालयों एवं घरों में उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटरों को डेस्कटॉप पीसी कहा जाता है। IBM, Macintosh, Compaq  डेक्सटॉप पीसी का निर्माण करने वाली प्रमुख कंपनी है।
1. सिंगल यूजर सिस्टम- इसे एक बार में एक व्यक्ति ही उपयोग कर सकता है।
2.  मल्टी यूजर सिस्टम- इसे अनेक व्यक्ति एक बार में काम में ला सकते हैं। ऐसे पीसी नेटवर्क पर लगाए जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति अलग-अलग कंप्यूटर पर कार्य करता है लेकिन सभी कंप्यूटर परस्पर जुड़े रहते हैं इसी के बाजार में उपलब्ध प्रमुख मॉडल है ।

2. लैपटॉप पीसी-

लैपटॉप पीसी को ही नोटबुक पीसी के नाम से जाना जाता है जिसे हम अपनी गोद पर रखकर कार्य कर सकते हैं, इसलिए इसे लैपटॉप कहा जाता है। लैपटाॅप आकार में छोटे ( ब्रीफकेस के आकार के) तथा वजन में हल्की होने के कारण पोटेबल होते हैं। इन्हें आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान अपने साथ ले जाया जा सकता है। लैपटॉप की मदद से हम घर ऑफिस से दूर रहकर यात्रा करते समय भी अपना काम कर सकते हैं। इन्हें बैटरी से भी चलाया जा सकता है। लैपटॉप में सीडी ड्राइव, यूएसबी ड्राइव तथा  नेटवर्किंग का प्रयोग किया जा सकता है। आजकल बहुत सारी  कंपनियों में विभिन्न रंगों के लैपटॉप मॉडल बाजार में उपलब्ध है।

3. पाॅमटाॅप पी.सी.-

हथेली के आकार के पी.सी. को पामटॉप पीसी करते हैं,  इसका आकार इतना छोटा होता है कि इसे जेब  में रखा जा सकता है। पाॅमटॉप की सभी क्षमताएं एक सामान्य पर्सनल कंप्यूटर से मिलती है पाॅमटॉप कंप्यूटर की संग्रहण क्षमता कम होती है इन कंप्यूटरों को वायरलेस नेटवर्क द्वारा जोड़ा जा सकता है। पाॅमटाॅप  कंप्यूटर, मोबाइल फोन, फैक्स मशीन, ई-मेल की भांति प्रयोग की सुविधा प्रदान करता है। आजकल सैल्युलर फोन में पीसी को समाहित करके इसका प्रयोग बहुआयामी कर दिया गया है। पाॅमटाॅप पीसी में कैलकुलेटर के समान छोटे बटनों वाला एक की-बोर्ड होता है तथा एक छोटी सी मॉनिटर स्क्रीन  होती है। इसे बेटरी चलाया जाता है‌।

4. वर्कस्टेशन-

वर्कस्टेशन 16 से 32 बिट माइक्रोप्रोसेसर आधारित कंप्यूटर होता है। अधिकांश वर्कस्टेशन में बड़ी रंगीन डिस्प्ले यूनिट होती है। साधारणता  इसकी मेमोरी 32 से 64 एमबी की तथा डिस्क क्षमता 1 से 5 जीबी की होती है।
अधिकांश वर्कस्टेशन L A N  लिए हार्डवेयर के रूप में प्रयुक्त कर जाते हैं। वर्कस्टेशन का प्रयोग इंजीनियरिंग संबंध कार्यों जैसे ग्राफिक्स आई.सी. रूपरेखा आदि के लिए किया जाता है।
 वर्कस्टेशन तथा पर्सनल कंप्यूटर के  मध्य अंतर समाप्त होता जा रहा है। पर्सनल कंप्यूटर भी शक्तिशाली प्रोसेसर के साथ आ रहे हैं, जो प्राय:  इंजीनियरिंग कार्य को करने में सक्षम है।

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